इंडिया न्यूज सेंटर, अमृतसरः जीएसटी के लागू होने से पहले बाजार में मंदी मंडराने लगी हैं, बड़ी कंपनियां भी सकते में आ गई हैं। सोचा जा रहा था कि वैट के कारण छोटे व्यापारी को नुक्सान होगा और बड़ा व्यापारी और उद्योगपति फायदे में रहेगा लेकिन वास्तविकता जमीनी स्तर से ही निकलती है, क्योंकि यदि उपभोक्ता के पास पैसा नहीं है तो छोटे बाजारों में मंदी आएगी, वहीं यह मंदी आगे चलते होलसेल के व्यापारियों तक पहुंच जाएगी। बड़ी बात है कि गर्मियों के पीक सीजन में भी इस समय होलसेल की मंडियों में टायरों का कोई ग्राहक नहीं है। परचून के दुकानदारों का कहना है कि मार्कीट में रिटेल लेवल पर टायर के ग्राहक नाममात्र हैं। टायर के खरीदार कबाड़ की मार्कीट में पुराने टायर खरीदने की फिराक में हैं। देश भर में कुछ ही वस्तुएं ऐसी हैं, जिन पर मंदी और तेजी का कोई असर नहीं होता। इनमें ऑटो पार्ट्स की मंडी ऐसी है, जिस पर न तो मौसम का असर होता है और न ही किसी मंदी का असर। यहां तक कि नोटबंदी के दिनों में भी ऑटो पार्ट्स की मंडी पर कोई असर नहीं था, किन्तु जी.एस.टी. के कारण ऑटो पार्ट्स की कई चीजों पर इसका असर दिखाई दे रहा है।