इंडिया न्यूज सेंटर, जयपुरः
राजस्थान की मुख्यमंत्री ने घोषणा है कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता प्रदेश के खिलाडिय़ों को सरकारी सेवा में आउट-ऑफ-टर्न नौकरी देने पर सरकार विचार कर रही है। आगामी केबिनेट बैठक में इस सम्बंध में प्रस्ताव लाया जाएगा। राजे ने ये बात महाराणा प्रताप और गुरू वशिष्ठ पुरस्कार समारोह के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों को राज्य सरकार पूरा प्रोत्साहन देगी।
उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के विशिष्ट श्रेणी एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों के लिए पेंशन योजना प्रारम्भ की जाएगी। जनजाति समुदाय की लोक संस्कृति एवं कला के संरक्षण के लिए भी पंचायत, पंचायत समिति तथा जिलास्तर पर राज्यस्तरीय खेल एवं युवा सांस्कृतिक महोत्सवों का आयोजन भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए अगले साल एक व्यापक नीति लाएगी जिससे निजी क्षेत्र में स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित की जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एसएमएस स्टेडियम के हॉकी मैदान में मेडिटेशन सेंटर, एस्ट्रोटर्फ और सिंथेटिक ट्रेनिंग ट्रैक बनाया जाएगा। वहीं चौगान स्टेडियम में भी बास्केटबॉल कोर्ट और इंडोर हॉल का निर्माण करवाया जाएगा।