इस्लामाबाद: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सीनेटर उस्मान सैफुल्ला खान ने संसद में प्रस्ताव रखा है जिसमें 5000 और 1000 के नोट बंद किए जाने की बात की गई है। पाकिस्तान के हुक्मरानों की इस तैयारी का मकसद जाली नोटों पर काबू पाना और लोगों को अधिक से अधिक बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करने के लिए उत्साहित करना है। पाकिस्तान के राजनेताओं की तरफ से यह कदम उठाने का ऐलान ऐसे वक्त पर हुआ है जब भारत में भ्रष्टाचार और जाली नोटों के खिलाफ अभियान जारी है। यह अकेला तरीका है जिससे लोग बैंकों में धन रखने की आदत डालेंगे और काले धन को चोट पहुंचेगी। गत दिवस संसद की वित्तीय मामलों की स्थायी समिति के समक्ष भी सांसद सैफुल्ला खान ने अपनी इसी बात को मजबूती से रखा। उल्लेखनीय है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की असहमति के बावजूद जनरल परवेज मुशर्रफ की सरकार ने देश में पांच हजार रुपये के नोट का चलन शुरू किया था। इसके चलते लोग बैंक में धन रखने की जगह पांच हजार के नोटों को ही एकत्रित करने लगे। बाद में इनका चलन गैरकानूनी कार्यो में होने लगा।