इंडिया न्यूज सेंटर, लखनऊ : एक रिटायर अफसर जिसे पेंशन की दरकार थी उसे पेंशन के लिए इतनी परेशानी झेलनी पड़ी कि वे मानसिक परेशानी का शिकार हो गया। इसी परेशानी ने उन्हें ब्रेन ट्यूमर का पीडि़त बना दिया। उन्होंने पेंशन व अधिकारियों की ढीली कार्यप्रणाली की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शब्द कुमार सेतु निगम में समीक्षा अधिकारी के पद से 31 जुलाई 2014 को रिटायर हुए थे। उसके बाद से ही शब्द कुमार अपनी पेंशन को लेकर सेतु निगम के कार्यालय से लेकर मुख्यालय तक के चक्कर काट रहे हैं। दो साल बाद भी उनको पेंशन नहीं मिला। शब्द कुमार के मुताबिक पिछले साल दो अफसरों ने उनसे कहा कि हर किसी को मैनेज करना पड़ता है, कुछ खर्च करो। इस पर शब्द कुमार ने कहा पेंशन तो रिलीज करो, खुशी की मिठाई खिलाने में कभी मना थोड़े ही किया है। इसके बाद उनसे कहा गया कि पांच हजार रुपए का इंतजाम करो। इससे कम में पेंशन नहीं मिलेगी। शब्द ने इसकी शिकायत करने की ठानी। विभाग से लेकर मुख्यमंत्री के पास तक शिकायत की लेकिन काम नहीं बना। उनको इतनी टेंशन हो गई कि ब्रेन ट्यूमर हो गया। उनका इलाज पीजीआई में चल रहा है।