इंडिया न्यूज सेंटर, बठिंडाः
भाईरूपा की लंगर कमेटी तथा एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधकीय कमेटी) के बीच चला आ रहा 161 एकड़ जमीन का विवाद फिर गर्मा गया है। 2014 में उक्त जमीन पर एसजीपीसी ने कब्जा कर लिया था, जबकि गत दिन लंगर कमेटी ने गांववासियों के सहयोग से भाईरूपा स्थित उक्त जमीन को फिर से अपने कब्जे में ले लिया। यह 161 एकड़ जमीन एसजीपीसी की ओर से तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो के माध्यम से ठेके पर दी हुई थी जिसे लंगर कमेटी ने फिर से अपने कब्जे में ले लिया।
उक्त मामले को लेकर एस.जी.पी.सी. सदस्यों मोहन सिंह बंगी, सुखदेव सिंह बाहिया, अमरीक सिंह कोटशमीर आदि ने बताया कि उक्त जमीन की मालिकी का फैसला एस.जी.पी.सी. के हक में कई बार हो चुका है। 2014 में एस.जी.पी.सी. ने उक्त जमीन का कब्जा ले लिया था जिसके बाद जमीन को ठेके पर दे दिया गया था। जमीन पर 15 बिजली कनैक्शन लेकर मोटरें लगाई गई हैं व बिजली कनैक्शन मालिकाना हक के बिना नहीं मिलता। गत दिन गांव के कुछ लोगों ने उक्त जमीन पर कब्जा कर लिया व फसलों पर ट्रैक्टर चलाकर उन्हें बर्बाद कर दिया।
इस संबंध में पुलिस को शिकायत की गई लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाए कि यह सब कांग्रेस सरकार की शह पर हो रहा है जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न की गई और जमीन से उक्त लोगों का कब्जा न छुड़वाया गया तो एस.जी.पी.सी. सभी पंथक संगठनों, निहंग संगठनों आदि से मिलकर संघर्ष शुरू करेगी। इस बारे में लंगर कमेटी पदाधिकारियों का कहना है कि उक्त जमीन लंगर कमेटी की है जिस पर एस.जी.पी.सी. ने धक्केशाही से कब्जा कर लिया था।