AN APPEAL TO THE CITIZENS OF JALANDHAR TO SPREAD THE MESSAGE TO MAKE THE SUPREME DONATION - DONATE EYES
इंडिया न्यूज सेंटर,जालन्धर : बौरी मैमोरियल एजुकेशनल एंड मैडीकल ट्रस्ट व कला श्री (बी.एम.सी. चौक) के सहयोग से 73-ऊधम सिंह नगर जालन्धर में नेत्रदान जागरूकता दिवस मनाया गया। यह दिवस हर वर्ष अर्चित व धु्व्र अग्रवाल की याद में मनाया जाता है। यह वे महान बच्चे हैं जिनकी आंखें मरणोपरांत दान कर दी गईं और जिससे तीन लोगों को आंखों की रोशनी प्राप्त हुई। बौरी मैमोरियल ट्रस्ट के मैडीकल सचिव डा. चंद्र बौरी व कला श्री के श्री दिनेश अग्रवाल ने बताया कि जिस प्रकार पश्चिमी देशों में अंगदान व नेत्रदान एक पवित्र काम माना जाता है और वहां लोग इतने जागरूक हैं कि स्वेच्छा से ही इस काम के लिए आगे आते हैं और स्वयं को रजिस्टर्ड करवाते हैं। उसी प्रकार ज़रूरी है कि मरणोपरांत नेत्रदान करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के अभियान में तेज़ी लाई जाए। इसके साथ ही सरकार से अपील की जाएगी कि 12वीं कक्षा के सिलेबस में एक पाठ डाला जाए, जिससे बच्चों में यह जागरूकता आए कि मरणोपरांत नेत्रदान अथवा अंगदान कैसे कई लोगों की जि़ंदगी संवार सकता है। पश्चिमी देशों की तरह ड्राइविंग लाईसैंस व नागरिकता से जुड़े अन्य रजिस्टर्ड करवाने का मौका मिल सकता है। उन्होंंने बताया कि लगभग 20 संस्थाएं इस अभियान पर तेज़ी से काम करेंंगी और अस्पतालों मेंं डाक्टरों व पुलिस कर्मचारियों को भी इस बारे जागरूक करने के लिए काम किया जाएगा। डा. चंद्र बौरी व डा. अनूप बौरी ने शहरवासियों से अपील की कि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुडक़र खुद को रजिस्टर्ड करवाएं। इसके साथ-साथ वह व्यक्ति जिन्हें आंखों की ज़रूरत है वह भी कॉरनिया ट्रांसप्लांट के लिए खुद को रजिस्टर्ड करवाएं। समय पर उन्हें सूचित कर दिया जाएगा ताकि उन्हें आंखें दान की जा सकें और वह दुनिया को अपनी आंखोंं से देख सकें। अब तक लगभग 4980 लोग मरणोपरांत नेत्रदान के लिए स्वयं को रजिस्टर्ड करवा चुके हैं और लोगों में और जागरूकता फैलाने की बेहद आवश्यकता है ताकि इस महान काम को आगे बढ़ाया जा सके।