PUNJAB CM URGES SUSHMA FOR ASSISTANCE IN LAST RITES, EX-GRATIA FOR FAMILIES OF DECEASED IRAQ HOSTAGES
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़:पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ईराक में मारे गये बंधकों का अंतिम संस्कार करने हेतु हर संभव सहायता के साथ-साथ मारे गये लोगों के परिवारों को अनुग्रह राशि उपलब्ध करवाने हेतू केंद्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुष्मा स्वराज से अपील की है। मुख्यमंत्री जिन्होंने इस मामले में केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है, ने निजी तौर पर केंद्रीय मंत्री से बात करने के लिए उन्हें फोन भी किया ताकि केंद्र सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जाये कि अंतिम संस्कार के लिय मारे गये लोगों के मृत अवशेष भारत वापिस लाने हेतू कोई भी कसर शेष ना रहे। सुष्मा स्वराज ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भरोसा दिलाया कि भारत सरकार मारे गये लोगों को पूरे सम्मान सहित ताबूतों में वापिस लाने के लिए प्रबंध कर रही है। मुख्यमंत्री ने उनको कहा कि पंजाब सरकार मारे गये लोगों के अंतिम संस्कार के लिए उनके परिवारों तक ताबूत पहुंचाने का प्रबंध करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों को यह दुखद समाचार मृतकों के परिवारों तक पहुंचाने के लिए पहले ही निर्देश दे दिये है। केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उल्लेख किया कि मारे गये लोगों में से 24 लोग पंजाब के वासी थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इनको प्रतिमाह 20 हजार रुपये की सहायता दे रही है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र भी इन विशेष परिस्थितियों में इन परिवारों को सहायता देता है तो वह बहुत धन्यवादी होंगे। इस समाचार पर दुख प्रकट करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे मारे गये व्यक्तियों के परिवारों सहित पंजाब में सबको सदमा पहुंचा है और वह अगवा हुये इन व्यक्तियों की सुख शांति संबंधी प्रार्थना कर रहे थे जिनको आई एस आई एस ने 2014 में अगवा किया था। इससे पहले मुख्यमंत्री ने विधानसभा के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि अगवा हुये 39 व्यक्तियों के मौत की केंद्र सरकार को बचकर आये एक व्यक्ति के खुलासे के बाद पुष्टि कर देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इन वर्षो के दौरान ये परिवार पूरी तरह असमंजस की स्थिति में रहे हैं जिससे संभवत: इनके दुखों में कई गुणा वृद्धि हुई होगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने संसद में सुष्मा स्वराज द्वारा दिये गये बयान संबंधी सदन को जानकारी दी और उन्होंने इनके नाम श्रद्धांजलि सूची में शामिल करने के लिए स्पीकर से निवेदन किया। सदन ने इन मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी।