PUNJAB CM ASSERTS COMMITMENT TO IMPLEMENT 85TH AMENDEMTN FOR DALIT WELFARE
DIRECTS PUNJAB CONG MPS TO FIGHT IN PARLIAMENT TO STOP DILUTION OF SC/ST ACT
पंजाब कांग्रेस के सांसदों को एस.सी/.एस.टी. कानून को कमज़ोर करने की साजिशों के खि़लाफ़ संसद में आवाज़ बुलंद करने के लिए कहा
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधरः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समाज के पिछड़े वर्गों के कल्याण हेतु संविधान के 85वें संशोधन को लागू करने के प्रति अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए पंजाब से संबंधित कांग्रेस पार्टी के सांसदों को कहा है कि वह एस.सी./एस.टी. एक्ट को कमज़ोर करने की साजिशों के खि़लाफ़ सदन में ज़ोरदार ढंग से आवाज़ उठाएं। एस.सी./एस.टी. कानून को अर्थहीन करने की कोशिशों पर चिंता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस यह यकीनी बनाएगी कि इस कानून के अंतर्गत एस.सी./एस.टी. भाईचारों को मिला सुरक्षा कव्च बना रहे। मुख्यमंत्री ने अपने पिछले कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उनकी पिछली सरकार के समय राज्य में संविधान की 85वेंं संशोधन अनुसार पंजाब अनुसूचित जातियों और पिछड़ीं श्रेणियों (सेवा में आरक्षण) कानून 2006 लागू किया था जिससे नौकरियों में पदोन्नति के समय इसका लाभ दिया जा सके। मुख्यमंत्री ने अकाली दल और पिछले 10 वर्ष के इस कानूंून को ठंडे बस्ते में डाले रखने के लिए हमला बोलते कहा कि उनकी सरकार यकीनी बनाएगी कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के अनुसार इस कानून को सही तरीकों से लागू किया जाये और प्रशासिन ख़ामियों को दूर करके इसका लाभ दिया जायेगा। इस मौके पर अनुसूचित जातियों और पिछडींं श्रेणियों के हितों की रक्षा के प्रति अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार वह सभी कदम उठाऐगी जिससे इन वर्गों के कानूनी हकों की रक्षा हो सके। आज यहां डा. बी.आर. अंबेदकर की 127वीं जयंती के अवसर पर राज्यस्तरीय समागम में इस महान समाज सुधारक को याद करते और डा. अंबेदकर को दूरअन्देशी मनुष्य बताते मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने भविष्य के भारत की स्थितियों को समझते हुए ऐसा संविधान रचा जो आज भी हमारा मार्गदर्शक है। एस.सी. भाईचारों के कल्यार्ण हित डा. बी.आर. अंबेदकर के योगदान की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको ज्ञान के स्त्रोत होने के कारण ही देश के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए चुना था। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री स. चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि यदि 1936 में अकाली दल डा. बी.आर. अंबेदकर को सिख धर्म स्वीकार करने की सहमति दे देता तो आज इस समाज के हाथ देश की बागडोर होनी थी। अकाली दल की एस.सी. विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस पिछड़े वर्ग की अब एक ही उम्मीद हैं। समाज कल्याण मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने भी पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कुछ भी सार्थक करने में नाकाम रहने के लिए अकाली दल की सख्त निंदा करते हुए कहा कि उल्टा अकाली सरकार ने तो सब वर्गों को जी-भर कर लूटा है और अब वही लोग कांग्रेस सरकार की लोग समर्थकी नीतियों और प्रोग्रामों संबंधी भ्रम पैदा करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने भी इस अवसर पर डा. अंबेदकर की तरफ से समाज के उत्थान में डाले बहुमूल्य योगदान के लिए उनको याद किया। पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रधान और गुरदासपुर से लोक सभा मैंबर श्री सुनील जाखड़ ने पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा किये जा रहे यत्नों की सराहना करते कहा कि मुख्यमंत्री ने इन भाईचारों की पीड़ा को समझते हुए इनके 50 हज़ार तक के कजऱ्े माफ करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा वार करते हुए कहा कि एन.डी.ए. सरकार देश को धर्मों और जातियों के आधार पर बांट रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में जगह-जगह पर डा. अंबेदकर की प्रतिमाएं स्थापित जा रहे हैं और भाजपा देश में भाईचारक भावनाओं को आहत कर रही है। जाखड़ ने केंद्र सरकार और एस.सी.एस.टी. कानून को कमज़ोर करने के लिए भी निशाना लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार एस.सी. बच्चों के वज़ीफ़े का पंजाब के हिस्से का 1100 करोड़ रुपए का बकाया जारी नहीं कर रही है जो कि इस सरकार की गरीब लोगों के प्रति नीति और नीयत को दिखाता है। सांसद संतोख सिंह ने भाजपा और डा. अंबेदकर की विचारधारा को खंडित करने का दोष लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री एन.डी.ए. सरकार समय एस.सी. भाईचारों पर होने वाले ज़ुल्मों के मुद्दे पर मौन धारण कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रिमोट आर.एस.एस. के हाथ में है जो कि समाज में विभाजित कर रही है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमेशा ही राज्य के एस.सी. भाईचारों के हकों की लड़ाई आगे बढक़र लड़ी है। विधायक राज कुमार वेरका ने भी भाजपा की समाज में भिन्नताएं पैदा करने वाली राजनीति की निंदा की।इस अवसर पर अन्य के अलावा मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रवीन ठुकराल, ओ.एस.डी. स. गुरप्रीत सिंह सोनू ढेसी, विधायक राणा गुरजीत सिंह, स. प्रगट सिंह, श्री रजिन्दर बेरी, श्री सुशील कुमार रिंकू, डा. राज कुमार चब्बेवाल, बावा हेनरी, चौधरी सुरिन्दर सिंह, स. सुखविंदर सिंह डैनी, स. संतोख सिंह भलाईपुर, श्री जोगिन्द्र पाल, चेयरमैन मार्कफैड स. अमरजीत सिंह समरा, पूर्व मंत्री श्री अवतार हेनरी, स. जोगिन्द्र सिंह मान, स. सरवन सिंह फिलौर, ब्रिज भुपिन्दर सिंह कंग, श्री महेन्दर सिंह केपी, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संतोष चौधरी, पूर्व विधायक स. जगबीर सिंह बराड़, जि़ला कांग्रेस शहरी प्रधान स. दलजीत सिंह आहलूवालीया, जि़ला कांग्रेस ग्रामीण प्रधान कैप्टन हरमिन्दर सिंह, डिप्टी कमिश्नर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा, पुलिस कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा आदि भी उपस्थित थे।