No Confidence Motion Debate Will Start From 11 Am And Voting Will Happen At 6 Pm
नेशनल डेस्कः मोदी सरकार अपने करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल में पहली बार विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया लेकिन ये धराशाही हो गया। अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 325 सांसदों ने ना में अपना जवाब दिया। प्रस्ताव के समर्थन में 126 सांसद आए इस दौरान सदन में सभी सांसदों की मौजूदगी रही। ध्वनी मत से फैसला न हो पाने के बाद मतदान हुआ। इससे पहले लोकसभा महासचिव ने मत विभाजन के पहले सभी सांसदों को मतदान की प्रक्रिया समझाई। संख्याबल की दृष्टि से पहले से मजबूत सरकार को अन्नाद्रमुक का समर्थन मिलने और बीजेडी-टीआरएस के मतदान से दूर रहने के फैसले से शक्ति परीक्षण का तिलिस्म खत्म हो गया।
गौरतलब है कि वर्तमान में लोकसभा में 534 सदस्य हैं। राजग को 310 सांसदों का समर्थन हासिल है। इसके अलावा उसे 37 सदस्यों वाले अन्नाद्रमुक का समर्थन मिला है। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ सदस्यों की संख्या 347 हो गई, जो बहुमत के लिए जरूरी 268 सांसदों से 79 ज्यादा रही। इस बीच 19 सांसदों वाली बीजेडी और 11 सांसदों वाली टीआरएस ने मतदान से पहले ही दूर रहने की घोषणा की थी।