इंडिया न्यूज सेंटर, लखनऊ। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर एनआरएचएम में घोटाले का आरोप लगाया है। मंत्री ने उनसे इस घोटाले की जांच की मांग भी की है। रविदास मेहरोत्रा ने यह आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जिन टैक्सियों के नंबर दिए हैं, वो असल में स्कूटी के नंबर हैं। मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने अपने पत्र में कहा है कि एनएचएम के तहत 52 जिलों में टैक्सी लेने की जानकारी मिली। इन्हें आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के परीक्षण, टीकाकरण तथा दवा आदि बांटने के लिए लिया गया। लेकिन जिन टैक्सियों के परमिट नंबर दिये गए, उनमें से कई दो पहिया वाहन व स्कूटी आदि के लिए निकले। इससे घोटाले के साथ-साथ छोटे बच्चों के जीवन से खिलवाड़ हुआ है। जब टैक्सी नम्बर ही फर्जी हैं वह स्कूटी या दो पहिया वाहनों का नम्बर है तो इसका मतलब है कि डाक्टरों की टीम बच्चों के स्कूलों में परीक्षण करने गई ही नहीं, न ही बच्चों का टीकाकरण हुआ और न ही दवाई का वितरण हुआ है।