इंडिया न्यूज सेंटर, जम्मू: सीमा सुरक्षा बल के जवान गुरनाम सिंह अदम्य साहस दिखाते हुए शहादत का जाम पिया। अब बीएसएफ सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र के लिए शहीद गुरनाम सिंह के नाम की सिफारिश करेगा। गुरनाम ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसी कारण खीझ चुकी पाकिस्तानी सेना ने गुरनाम को अगले दिन निशाना बनाया। जम्मू स्थित बीएसएफ के सीमावर्ती मुख्यालयों में बीएसएफ ने गुरनाम सिंह को अंतिम विदाई दी। 19-20 अक्तूबर की रात हीरानगर सेक्टर के बोबिया पोस्ट पर तैनात गुरनाम ने सरहद पर हलचल देखी। उन्होंने बिना देर किए साथियों को अलर्ट किया और ललकारने पर पता चला कि वह आतंकी हैं। इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई। आतंकी वापस भाग खड़े हुए। रिपोट्र्स के मुताबिक 21 अक्तूबर को सुबह पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्नाइपर रायफल्स से गुरनाम पर फायर किया। सिर में गोली लगने से वे जख्मी हो गए थे।