इंडिया न्यूज सेंटर, लखनऊ
पंजाब व केन्द्र सरकार के बाद अब यूपी ने भी वीआईपी संस्कृति समाप्त करने की पहल कर दी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल का राज्य सरकार के मंत्रियों पर असर साफ दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही कई मंत्रियों ने अपने सरकारी वाहनों से लाल बत्ती उतरवा दी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पहले ही अपनी गाड़ियों से लाल बत्ती हटा चुके थे। करीब-करीब सभी मंत्री अपनी गाड़ियों से लालबत्ती हटा चुके हैं।
हालांकि अफसरों का नीली बत्ती का मोह नहीं छूट रहा है। नीली बत्ती के उपयोग को सिर्फ आपात सेवाओं तक सीमित कर देने के केंद्र के फैसले के बावजूद राजधानी में अधिकारियों की गाड़ियों पर इनकी चमक दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने विधायकों की पहली बैठक में ही सायरन और हूटर का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया था, पर भाजपा के बहुत से विधायक गाड़ियों पर न केवल हूटर व सायरन लगाकर घूम रहे हैं बल्कि राजधानी की सड़कों पर उन्हें हूटर बजाकर तेज स्पीड से वाहन दौड़ाते देखा जा सकता है।