इंडिया न्यूज सेंटर,लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने सुलखान सिंह को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त करते हुए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 12 अधिकारियों का आज तबादला कर दिया। सुलखान सिंह वर्ष 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे अभी तक डीजी प्रशिक्षण के पद पर तैनात रहे। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के रहने वाले सुलखान सिंह ने सिविल इंजीनियरिंग के साथ वकालत की डिग्री हासिल की है, उन्हें तेजतर्रार अफसरों में गिना जाता है। वे फिलहाल प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर हैं। सितम्बर 2017 तक पुलिस प्रमुख के रूप में कार्य करने के पश्चात चार माह बाद उनका रिटायरमेंट भी हो जायेगा। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण के पद पर तैनात रहे श्री सिंह को सरकार ने विभागाध्यक्ष बनाते हुए उन्हें नयी जिम्मेदारी सौंपी। इस पद पर तैनात रहे जावीद अहमद को पुलिस महानिदेशक पीएसी बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत चौधरी को हटाकर उनके स्थान पर आदित्य मिश्र की तैनाती की गई है। श्री मिश्र अभी तक इसी पद पर ईओडब्लू में तैनात थे। श्री चौधरी को श्री मिश्र के स्थान पर तैनाती मिली है। पुलिस महानिदेशक और पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष रहे डा. सूर्य कुमार को भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष बनाये रखा गया है, लेकिन अभियोजन के प्रभार से उन्हें मुक्त कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक अभिसूचना जवाहर लाल त्रिपाठी को पुलिस महानिदेशक अभियोजन बनाया गया है। होमगार्ड के महानिदेशक आलोक प्रसाद को इस पद के साथ ही पुलिस प्रशिक्षण का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा भवेश कुमार सिंह को इसी पद पर अभिसूचना में तैनाती दी गयी है जबकि अपर पुलिस महानिदेशक पीटीसी सीतापुर, विजय कुमार को अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। प्रतीक्षारत चल रहे पुलिस महानिरीक्षक आलोक सिंह को पीएसी पूर्वी जोन लखनऊ में तैनाती दी गई है। पुलिस महानिदेशक के सहायक रहे महानिरीक्षक संजय सिंहल अब पीएसी मध्य जोन लखनऊ में महानिरीक्षक के पद पर तैनात किये गये हैं। नवनीत सिकेरा को पीएसी मध्य जोन लखनऊ के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है, लेकिन वह पुलिस महानिरीक्षक वूमेन पावर लाइन बने रहेंगे। योगी सरकार ने आईपीएस अधिकारियों का यह पहला बडा फेरबदल किया है, इससे दो दिन पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 41 अधिकारियों का तबादला किया गया था।