अशफाक अहमद खाॅ,लखनऊः आज समाजवादी पार्टी ने अपनी कार्यकारणी की सूची जारी कर दी है। समाजवादी पार्टी में अलग-थलग पड़े शिवपाल यादव को अब पूरी तरह से सपा में किनारे कर दिया गया है। शिवपाल यादव को पार्टी की कार्यकारी सूची में जगह नहीं मिली है। साथ ही मुलायम सिंह यादव भी सपा की नई कार्यसमिति से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। पांच अक्टूबर को संपन्न हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेश में अखिलेश को पांच साल के लिए अध्यक्ष चुने जाने के बाद पूरी कार्यसमिति की आज सूची जारी की गई। जिसमें पूरे 55 सदस्यों की इस सूची में शिवपाल यादव और मुलायम सिंह का कहीं नाम नहीं है।
सपा विधायक हैं शिवपाल
गौरतलब है कि शिवपाल यादव इटावा के जसवंतनगर सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। पूर्व की अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। अखिलेश विरोध के चलते शिवपाल पर पार्टी ने कड़ा निर्णय लिया है। हालांकि मुलायम सिंह ने बेटे प्रति नरम रुख अपनाया था बावजूद इसके अब उनको भी पार्टी के संरक्षक पद से भी हटा दिया गया है। जिसके बाद अब सपा में मुलायम-शिवपाल युग का अंत माना जा रहा है।
भाई मुलायम ने भी छोड़ा साथ
गौरतलब है कि पिछले दिनों के घटनाक्रम पर नजर डाले तो मुलायम से बड़ी उम्मीद पाल रहे शिवपाल को भाई से भी निरासा ही हाथ लगी। राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले ही मुलायम ने अखिलेश के पक्ष में खड़े नजर आए और यहीं से माना जाने लगा था कि शिवपाल अब अलग-थलग पड़ गए हैं।
ये प्रमुख नाम हैं शामिल
सपा के कार्य समिति में प्रमुख रूप से अध्यक्ष अखिलेश के अलावा किरनमय नंदा को उपाध्यक्ष और राम गोपाल यादव को प्रमुख महासचिव का पद मिला है। वहीं आजम खान, नरेश अग्रवाल और बसपा से सपा में आए इंद्रजीत सरोज को महासचिव पद मिला है। कारोबारी व सपा नेता संजय सेठ को पार्टी का कोषाध्यक्ष का पद मिला है।