Electricity purchase figures again robbed the private thermal plants of the people: Aman Arora
जब बाहर से सस्ती बिजली मिल रही है तो निजी थर्मल के हाथों लोगों की क्यूं लूट करवा रही है कैप्टन सरकारः मीत हेयर
2022 में ‘आप’ की सरकार दिल्ली की तरह पंजाब में भी सस्ती करेगी बिजलीःआप
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ः पंजाब के सरकारी थर्मल प्लांटों और बाहर से खरीदी जाने वाली बिजली की तुलना में प्राईवेट थर्मल प्लांटों की ओर से बेची जा रही बेहद महंगी बिजली का विरोध करते हुए आम आदमी पार्टी ने जहां मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (जो बिजली मंत्री भी हैं) पर बादलों की तरह निजी बिजली कंपनियों के साथ मिले होने का गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं उन्होने जनता के साथ वायदा किया है कि यदि 2022 में पंजाब के लोग आम आदमी पार्टी की सरकार का चयन करते हैं तो दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह पंजाब में भी सभी प्रदेशों की अपेक्षा सस्ती बिजली मुहैया की जाएगी।
‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा पार्टी के सीनियर नेता और विधायक अमन अरोड़ा और पार्टी की तरफ से शुरु किए हुए बिजली आंदोलन के इंचार्ज और विधायक मीत हेयर ने कहा कि साल 2019-20 में खरीदी गई बिजली के सामने आए सनसनीखेज आंकड़ों ने बिजली माफिया के विरुद्ध आम आदमी पार्टी के आंदोलन को सही और समय की जरूरत साबित कर दिया है।
अमन अरोड़ा और मीत हेयर ने बताया कि पावर कौम (सरकार) ने प्राईवेट थर्मल प्लांटों और सोलर प्लांटों को एक ही साल में महंगी खरीदी बिजली के फालतू 4,390 करोड़ रुपए अदा किए हैं, जिसकी वसूली हर अमीर-गरीब बिजली उपभोक्ता की जेब से की गई है।
‘आप’ विधायकों ने बताया कि प्राईवेट थर्मल प्लांटों को किए गए भुगतान की प्रदेश के अपने सरकारी थर्मल प्लांटों और बाहर से मिल रही प्रति यूनिट बिजली की कीमत के साथ तुलना इस बिजली माफिया की अंधी लूट का पर्दाफाश करती है। इस समय के दौरान पावर कौम की तरफ से बाहर से (दूसरे राज्यों / स्रोतों) खरीदी गई बिजली प्रति यूनिट 3.94 रुपए बनती है, जबकि प्राईवेट गोइन्दवाल थर्मल प्लांटों से यही बिजली 9.54 रुपए प्रति यूनिट, तलवंडी साबो थर्मल से 6.63 रुपए प्रति यूनिट और राजपुरा थर्मल प्लांट से 5.06 रुपए प्रति यूनिट खरीदी गई है। सोलर और अन्य बायओमास प्रौजेक्टों से यह कीमत प्रति यूनिट 6.55 रुपए अदा की गई।
मीत हेयर ने सवाल किया कि जब बाहर से प्रति यूनिट 3.94 रुपए बिजली उपलब्ध है तो प्राईवेट थर्मल प्लांटों से प्रति यूनिट 9.75 रुपए तक की बेहद महंगी बिजली खरीदे जाने की क्या जरूरत है? मीत हेयर ने बताया कि 2019-20 में पावर कौम ने इन निजी बिजली कंपनियों से 12,270 करोड़ रुपए की बिजली खरीदी, जिस कारण पंजाब के बिजली खप्तकारों को पूरा साल नाजायज महंगे बिजली बिल भरने पड़ेंगे और भविष्य में तब तक भरने पड़ते रहेंगे जब तक निजी थर्मल प्लांटों के साथ बादलों की तरफ से हिस्सा-पत्ती रख कर किए गए महंगे और एक तरफा बिजली खरीद समझौता (पीपीएज) रद्द नहीं किए जाते।अमन अरोड़ा ने कहा कि 2002 से लेकर आज तक कैप्टन और बादलों ने निजी बिजली कंपनियों से पंजाब और पंजाब के लोगों के हितों की कुर्बानी दे दी और आज पंजाब को बिजली के लिए 80 प्रतिशत निर्भरता प्राईवेट बिजली कंपनियों पर कर दी जो 2010-11 में केवल 34 प्रतिशत था।
अमन अरोड़ा ने कहा कि मोटी हिस्सा-पत्ती और गहरी साजिश के साथ पंजाब के अपने सरकारी बिजली थर्मल प्लांटों को बंद किया जा रहा है। अमन अरोड़ा ने कहा कि 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार उसी तरह बिजली माफिया का खात्मा करेगी, जैसे दिल्ली में कांग्रेस सरकार की तरफ से पैदा किए प्राईवेट बिजली माफिया को अरविन्द केजरीवाल की सरकार ने खत्म करके आज पूरे देश की अपेक्षा दिल्ली में बिजली सस्ती कर दी है।