इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः गोवा में राज्यपाल द्वारा कांग्रेस को सरकार बनाने का निमंत्रण न देने पर कांग्रेस ने सुप्रीमकोर्ट का सहारा लिया है। लेकिन सुप्रीमकोर्ट द्वारा भी कांग्रेस के हाथ मायूसी ही हाथ लगी है। गोवा में बीजेपी की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने मनोहर परिकर के शपथ ग्रहण पर रोक से इनकार कर दिया। कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से कई कड़े सवाल पूछे। वहीं सरकार की तरफ से वकील हरीश साल्वे ने पक्ष रखा। सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस से क्या सवाल पूछे और कांग्रेस ने क्या जवाब दिया, आइए बताते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के सवाल और कांग्रेस का जवाब
1.सुप्रीम कोर्ट : कांग्रेस से पूछा कि क्या आपने अपने विधायकों की लिस्ट गवर्नर को सौंपी थी? आपके नंबर कहां हैं?
कांग्रेस : बीजेपी को कम सीट मिलने के बाद भी सरकार बनाने के लिए कहना संविधान के नियमों के खिलाफ है।
2. सुप्रीम कोर्ट : अगर आपके पास विधायकों की पर्याप्त संख्या थी तो आपने हलफनामा पेश क्यों नहीं किया ?
कांग्रेस : कांग्रेस बड़ी पार्टी है, इसलिए राज्यपाल को इस मामले में सबसे बड़ी पार्टी से चर्चा करनी चाहिए थी।
3. सुप्रीम कोर्ट : आपके पास विधायकों की संख्या अधिक है, तो आपने राज्यपाल के पास इसकी सूची क्यों नहीं दी और न ही याचिका में इस बात का जिक्र किया?
कांग्रेस : राज्यपाल को कांग्रेस विधायक दल के नेता को फोन पर 'संख्या' के बारे में बात करनी चाहिए थी
4. सुप्रीम कोर्ट : उस वक्त आप कहां थे जब मनोहर पर्रिकर ने सरकार बनाने का दावा किया?
कांग्रेस : बीजेपी के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या है तो आज ही सदन में शक्ति परीक्षण करा लें।
5. सुप्रीम कोर्ट : आपके पास बहुमत था तो राज्यपाल आवास पर धरना देते।
कांग्रेस : गवर्नर ने सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सरकार गठन पर पार्टी की राय नहीं ली।
6.सुप्रीम कोर्ट : अगर आप पहले गवर्नर के पास अपने विधायकों के साथ जाते और फिर यहां आते तो हमारे लिए फैसला लेना आसान होता।
कांग्रेस : राज्यपाल का ये फैसला अवैध है।
7. सुप्रीम कोर्ट : शपथ ग्रहण पर क्यों रोक लगाए ?
कांग्रेस : बीजेपी हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है।