इंडिया न्यूज सेंटर, मेरठ: कहते हैं जहां चाह, वहां राह, कुछ ऐसा ही हुआ मेरठ के रहने वाले तपेश्वर सिंह के साथ। आखिरकार नौ महीनों की मेहनत के बाद में उन्होंने अपनी खोई हुई पत्नी बबीता को ढूंढ ही निकाला। मार्च में जब तपेश्वर सिंह लापता हो गई पत्नी बबीता की खोज में निकले, तो उन्हें पता नहीं था कि उन्हें बबीता को कहां ढूंढना है। उनकी शादी तीन साल पहले ही हुई थी। दरअसल, ब्रजघाट के जिस धर्मशाला में सिंह ठहरे थे वहीं, बबीता के रिश्तेदार उसे छोड़ गए थे। इसी दौरान 40 साल के तपेश्वर सिंह की बबीता से मुलाकात हुई। इसके बाद सिंह ने बबीता से शादी कर ली। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन एक दिन अचानक बबीता कहीं गायब हो गई। इसके बाद में 40 साल के तपेश्वर सिंह ने साइकिल पर पत्नी की तस्वीर लगाई और निकल पड़े अपने प्यार को तलाश करने। वह घंटों साइकिल चलाते रहे, बिना पैसों के कई बार ऐसी स्थिति आई कि उन्हें खाने पीने तक को नहीं मिला। इस बीच सिंह को पता चला कि मेरठ के एक दलाल ने बबीता को सडक़ पर भटकते देखकर किसी कोठे पर बेच दिया। इसके बाद में तपेश्वर ने इलाके के सभी वेश्यालयों में जाकर बबीता की तलाश की। बबीता तो नहीं मिली, लेकिन पता चला कि बेचने की कोशिश तो की थी, लेकिन मानसिक स्थिति खराब होने के कारण डील नहीं हुई। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई और पुलिसवालों ने भी तपेश्वर की मदद करने का भरोसा दिलाया। मगर, नतीजा कुछ नहीं निकला। आखिरकार 14 अक्टूबर को हरिद्वार में सडक़ किनारे तपेश्वर को बबीता मिल गई। वह फटे-पुराने कपड़ों में लिपटी थी। सिंह ने बताया कि पिछले एक दशक में जो भी कुछ कमाया और बचाया था, बबीता की तलाश में वह खर्च हो गया। बबीता को नहीं पता कि वह हरिद्वार कैसे पहुंच गई मगर, उसे यह पता है कि वह भी अपने पति की तलाश कर रही थी।