Punjab Institute of Medical Sciences (PIMS) Jalandhar celebrates Eye Donation campaign
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधरः पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) में हर साल की तरह इस साल भी नेत्रदान पखवाड़ा का आय़ोजन किया गया। यह पखवाड़ा पिम्स और जालंधर आपथोमोलोजी सोसायटी के सहयोग से करवाया गया।
इस कार्यक्रम में पिम्स के आखों के विभाग के डा. सीमा बंधु, डा. तानिया मोडगिल, डा. यशी बांसल और डा. बरिंदर कौर की ई पोस्टर मेंकिग कंपीटीशन करवाया गया। जिसमें भारत ही नहीं बल्कि विदेशी बच्चों ने भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इसके अलावा एसबीबीएस के छात्रों की ओर से नेत्रदान पर एक नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया पिम्स के वाइस प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा औऱ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. जी.एस जोनेजा ने पुरस्कार वितरित कर छात्रों की होसलाआफजाई की।
इस अवसर पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर श्री अमित सिंह ने कहा कि नेत्रदान से बड़ा कोई दान नहीं। नेत्रदान से किसी नेत्रहीन व्यक्ति की आंखों को रोशनी मिल सकती है। इस तरह के प्रोग्राम में हम सब को आगे आना चाहिए।अपनी मृत्युर के बाद अंग या नेत्र दान करके आप किसी इंसान को जीवनदानदे सकते हैं। आपके किसी भी अंग के दान करने से किसी इंसान की जिंदगी संवरसकती है। 21वी सदी में इतना विकास और तरक्कीन करने के बाद भी लोगों को नेत्रदानकरने में हिचकिचाहट होती है। जागरूकता की कमी, नेत्रदान से जुड़े भ्रमों, प्रोत्साोहन की कमी और अंधविश्वारस के कारण लोग नेत्रदानकरने से कतराते हैं।लेकिन एसा करना